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Sunday, December 5, 2010

हिन्दू मुस्लिम को लडवा कर
पावन स्थलों को निशाना बना कर
यूवा शक्ति को धोका देकर
हांथों में बन्दूक थमाना
नफरत की ज्वाला धधका कर
अमन चैन को आग लगाना
और दानवी कर्मो से फिर
निर्दोषों के घर जलाना
उनकी छाती चलनी करके
नित्य रक्त की नदी बहाना
और इसे कर्त्तव्य बताकर
हिंसा को जायज ठहराना
अभी समझ लो अभी समय है
पीछे तू पछतायेगा
हमें मिटाने के चक्कर में
तू खुद ही मिट जायेगा!!11

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